केजरीवाल अब सभी सरकारी सुविधाएं छोड़ेंगे; आवास भी खाली कर रहे, CM पद से दिया इस्तीफा, संजय सिंह ने कहा- समझाने पर नहीं माने
Arvind Kejriwal Now Give Up All Government Facilities With CM Residence
Arvind Kejriwal Resigns: दिल्ली सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अब अरविंद केजरीवाल उन सभी सरकारी सुविधाओं को छोड़ने जा रहे हैं। जो बतौर मुख्यमंत्री उन्हें मिल रहीं थीं। केजरीवाल ने सरकारी आवास (सीएम आवास) को भी खाली करने का फैसला किया है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी है। संजय सिंह ने कहा कि, आवास न छोड़ने को लेकर हमने अरविंद केजरीवाल को समझाने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं माने। हमने उनसे कहा कि, उनकी सुरक्षा को खतरा है। उनपर कई बार हमले हुए हैं। ऐसे में उनके लिए यह आवास सुरक्षा के लिहाज से जरूरी है।
इस्तीफा देते ही केजरीवाल ने कहा- वो सुविधाएं छोड़ देंगे
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि, एक मुख्यमंत्री के तौर पर बहुत सारी सरकारी सुविधाएं किसी भी व्यक्ति को मिलती हैं। अरविंद केजरीवाल को भी वो सुविधाएं मिलीं। लेकिन जब कल उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दिया इसके बाद पहली बात उन्होंने यही कही कि वे अब सभी सरकारी सुविधाएं छोड़ देंगे। संजय सिंह ने कहा कि, बाकी नेता केजरीवाल जैसे नहीं होते। उनकी हालत हम जानते हैं कि कैसे जब वे किसी पद पर पहुंच जाते हैं और सुविधायें मिल जाते हैं तो उन सुविधाओं को न छोड़ने के लिए सालों साल लड़ाई लड़ते हैं। सरकारी घर-मकान से चिपके रहते हैं। लेकिन केजरीवाल ने फैसला किया कि, सीएम रहते वो जिस आवास में रह रहे थे। उस सीएम आवास को वह खाली करेंगे।
संजय सिंह ने कहा- केजरीवाल की सुरक्षा को खतरा
संजय सिंह ने कहा कि, अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को खतरा है। एक नहीं कई बार उनके ऊपर हमले हो चुके हैं। इसलिए हमने उन्हें समझाने की कोशिश की कि वह कम से कम आवास न छोड़ें। इससे उनकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है। उनके बूढ़े मां-बाप हैं, पत्नी और बच्चे हैं। उनके साथ उन सबकी सुरक्षा को लेकर भी हम चिंतित हैं। मगर कई बार हमलों का सामना करने के बावजूद अरविंद केजरीवाल ने सरकारी सुरक्षा को छोड़ने का फैसला किया। केजरीवाल ने कहा कि, जैसे जेल में ख़ूंख़ार अपराधियों के बीच 6 महीने भगवान ने उनकी सुरक्षा की थी, वैसे ही अब भगवान उनकी रक्षा आगे करेंगे।
आवास छोड़कर लोगों के बीच रहेंगे केजरीवाल
संजय सिंह ने कहा कि, जल्द ही केजरीवाल सरकारी आवास को खाली करेंगे और इसके बाद वह आम लोगों के बीच में रहेंगे। केजरीवाल कहां रहेंगे। अभी यह तय नहीं है, लेकिन लोगों के आशीर्वाद से कोई न कोई ठिकाना तय होगा। जहां वह रहेंगे। बताया जाता है कि, केजरीवाल 8 से 15 दिन में सरकारी आवास छोड़ देंगे। माना जा रहा है कि, केजरीवाल फिर से आंदोलनकारी की भूमिका में दिखाई देंगे। केजरीवाल रणनीति से अपने और पार्टी के बेस को मजबूत करना चाह रहे हैं।
CM पद से इस्तीफ़ा देने के बाद अब सभी सुविधाएं छोड़ेंगे अरविंद केजरीवाल जी‼️
???? मुख्यमंत्री के तौर पर मिले आवास को भी छोड़ेंगे @ArvindKejriwal
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आतिशी होंगी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री
आम आदमी पार्टी चीफ अरविंद केजरीवाल ने बीते मंगलवार को दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। केजरीवाल ने उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना को इस्तीफा सौंपा। अरविंद केजरीवाल, प्रस्तावित सीएम आतिशी और अन्य कैबिनेट मंत्रियों के साथ उपराज्यपाल के कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान केजरीवाल के इस्तीफे के साथ प्रस्तावित सीएम आतिशी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने और सरकार चलाने का दावा पेश किया। आम आदमी पार्टी विधायक दल की बैठक में आतिशी को सर्वसम्मति से सीएम पद के लिए चुना गया है। केजरीवाल के बाद अब आतिशी दिल्ली की नई सीएम बनेंगी।
2020 में तीसरी बार सीएम बने थे अरविंद केजरीवाल
आम आदमी पार्टी ने साल 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में बहुमत से तीसरी बार सरकार बनाई थी। जिसके बाद अरविंद केजरीवाल लगातार तीसरी बार दिल्ली के सीएम बने थे। इससे पहले दूसरी बार 2015 में केजरीवाल सीएम बने। वहीं 2013 में पहली बार सीएम बनने पर केजरीवाल ने 49 दिनों बाद पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं अब अरविंद केजरीवाल 2025 का दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतकर चौथी बार सीएम बनने की तैयारी में हैं।
जनता से ईमानदारी का सर्टिफिकेट चाहते हैं केजरीवाल
ज्ञात रहे कि, केजरीवाल ने बीते रविवार को दिल्ली आम आदमी पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अचानक मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था। केजरीवाल ने कहा था कि, अब वह तभी सीएम की ज़िम्मेदारी संभालेंगे, जब आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में जनता उनके पक्ष में वोट देकर उनकी ईमानदारी पर भरोसा जताएगी और उन्हें ईमानदार साबित करेगी।
केजरीवाल का कहना था कि, अगर दिल्ली की जनता को लगता है कि केजरीवाल ईमानदार है तो जनता जमकर मेरे पक्ष में वोट करे। जिसके बाद ही मैं सीएम की कुर्सी पर जाकर बैठूंगा। अगर दिल्ली की जनता को लगता है कि केजरीवाल बेईमान है तो मैं एक मिनट भी सीएम की कुर्सी पर बैठने को तैयार नहीं हूं। अब फैसला जनता के हाथ में है।
मैं पैसे और सत्ता का खेल खेलने नहीं आया था - केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, बीजेपी वालों ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है और भ्रष्टाचारी है। केजरीवाल ने भारत माता के साथ धोखा किया है। लेकिन मैं उन्हें और दिल्ली की जनता को बता दूं कि मैं ये सब करने के लिए नहीं आया था। मैंने पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसे का खेल नहीं खेला। मैंने अपने जीवन में कुछ नहीं कमाया। मेरा बैंक अकाउंट खाली है। मेरी पार्टी का भी बैंक अकाउंट खाली है। मेरे पास अपनी इज्जत और ईमानदारी के सिवाय और कुछ नहीं है
मैं झुग्गियों में जाकर रहा हूं- केजरीवाल
केजरीवाल ने आगे कहा कि, मैं इनकम टैक्स में कमिश्नर था। साल 2000 में नौकरी छोड़कर 2010 तक 10 साल मैंने दिल्ली की झुग्गियों में समय बिताया है। दिल्ली की अलग-अलग झुग्गियों में जाकर रहा हूं। झुग्गियों की खाक छानी है और यह जाना है कि एक गरीब आदमी कैसे गुजारा करता है। कैसे अपना परिवार चलाता है। केजरीवाल ने कहा कि, अगर पैसे कमाने होते तो इनकम टैक्स कमिश्नर की नौकरी कोई बुरी नहीं थी और जिस समय मैंने नौकरी छोड़ी उस समय मेरी कोई पार्टी नहीं थी और न ही मेरा राजनीतिक भविष्य था। लेकिन देश के लिए कुछ करने का जुनून जरूर था।
49 दिन सरकार चलाने के बाद सीएम पद छोड़ा- केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि, जब मैं पहली बार दिल्ली का मुख्यमंत्री बना था तो सिर्फ 49 दिन सरकार चलाने के बाद मैंने अपने उसूलों के चलते पद से इस्तीफा दे दिया था। किसी ने मुझसे इस्तीफा मांगा नहीं था। मैंने अपने आप से इस्तीफा दिया था। आज की तारीख, आज के जमाने कोई अपनी चपरासी की नौकरी नहीं छोड़ता, मैंने सीएम की कुर्सी छोड़ दी थी। मैं यह कहना चाहता हूं कि न मुझे पद का लालच है और न ही दौलत का। मैं केवल देश के लिए कुछ करने आया हूं और वही कर रहा हूं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव नवंबर में हो- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफे के ऐलान के साथ ही चुनाव आयोग से एक बड़ी मांग भी की। केजरीवाल ने कहा कि, दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव अगले साल 2025 में फरवरी में होना है। लेकिन मैं मांग करता हूं कि इसी साल नवंबर में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ दिल्ली में विधानसभा चुनाव कराया जाये।